Second coming of Jesus Christ in hindi अंश 4 : "कितनी सुंदर वाणी" - क्या हमारे पापों की क्षमा सचमुच स्वर्ग के राज्य का टिकट है?
Second coming of Jesus Christ in hindi अंश 4 : "कितनी सुंदर वाणी" - क्या हमारे पापों की क्षमा सचमुच स्वर्ग के राज्य का टिकट है?
धर्म समाज के कई लोग सोचते हैं कि प्रभु में विश्वास करने मात्र से उन्होंने अपने पापों का स्वीकार और प्रायश्चित कर लिया है, इसलिए उन्हें छुटकारा मिल गया है, और वे अनु्ग्रह से बचाये जा चुके हैं। जब प्रभु आएंगे, तब वे उन्हें सीधे स्वर्ग के राज्य में आरोहित कर देंगे, और संभवत: उन्हें शुद्धिकरण और उद्धार के कार्य करने की आवश्यकता न रहेगी। क्या यह दृष्टिकोण परमेश्वर के कार्य की सत्यता से मेल खाता है। बाइबल में कहा गया है कि: "उस पवित्रता के खोजी हो जिसके बिना कोई प्रभु को कदापि न देखेगा" (इब्रानियों 12:14)।(© BSI) परमेश्वर कहते हैं: "तुम परमेश्वर के प्रति अपने विश्वास में एक चरण में चूक गए हो: तुम्हें महज छुड़ाया गया है, परन्तु परिवर्तित नहीं किया गया है। तुम्हें परमेश्वर के हृदय के अनुसार होने के लिए, परमेश्वर को व्यक्तिगत रूप से तुम्हें बदलने एवं शुद्ध करने के कार्य को करना होगा; यदि तुम्हें सिर्फ छुड़ाया गया है, तो तुम शुद्धता को हासिल करने में असमर्थ होगे। इस रीति से तुम परमेश्वर की अच्छी आशीषों में भागी होने के लिए अयोग्य होगे" ("वचन देह में प्रकट होता है" से)।
सम्बन्धित पठन:
प्रभु में विश्वास करने के बाद हमारे पाप क्षमा कर दिये गये थे, लेकिन हम अब भी अक्सर पाप क्यों करते हैं; हम पापों के चंगुल से अंतत: कब छूट पायेंगे?
बाइबल पढ़ना ईसाइयों के दैनिक भक्ति के लिए एक अनिवार्य कोर्स है, फिर हम विशुद्ध रूप से धर्मग्रंथों के अर्थ को कैसे समझ सकते हैं और सत्य को जान सकते हैं? बाइबल स्टडी खण्ड, बाइबल के पदों के बारे में ईसाइयों की शुद्ध समझ को आपके साथ साझा करता है, यह आपको बाइबल की गहराई में जाने और परमेश्वर की इच्छा को समझने में मदद करता है।